उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद का परिणाम घोषित, श्रीनगर के अभिषेक ममगाईं ने प्रदेश में किया टॉप.

उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद का परिणाम घोषित, श्रीनगर के अभिषेक ममगाईं ने प्रदेश में किया टॉप.

उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद ने वर्ष 2024-25 की बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। श्री जयदयाल अग्रवाल संस्कृत उत्तर मध्यमा विद्यालय, श्रीनगर के अभिषेक ममगाईं ने कक्षा 12वीं में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अभिषेक को 94 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल।
श्री जयदयाल अग्रवाल संस्कृत महाविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल के छात्र अभिषेक ममगाईं ने उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद की उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष (इंटरमीडिएट) परीक्षा में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। अभिषेक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 94 प्रतिशत अंक हासिल किए।

इसी महाविद्यालय के दो अन्य छात्रों ने भी प्रदेश स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विद्यालय का नाम रोशन किया है। पूर्व मध्यमा (हाईस्कूल) परीक्षा में अनुराग डिमरी पुत्र संजीव डिमरी ने 85.6 प्रतिशत अंक अर्जित कर प्रदेश में पांचवां स्थान, जबकि अनुराग डिमरी पुत्र प्रकाश चंद्र डिमरी ने 85.2 प्रतिशत अंकों के साथ छठा स्थान प्राप्त किया है। दोनों छात्र रुद्रप्रयाग जनपद के स्वीली गांव के निवासी हैं।

परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद गुरुवार को महाविद्यालय परिसर में हर्ष और उल्लास का वातावरण रहा। शिक्षकों और स्वजनों ने छात्रों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी। अभिषेक ममगाई का विद्यालय में भव्य स्वागत किया गया।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. जगदीश प्रसाद सकलानी ने बताया कि अभिषेक ममगाईं कीर्तिनगर विकासखंड के मुसाण गांव के निवासी हैं। वे अत्यंत मेधावी छात्र हैं और संस्कृत भाषा के प्रति उनकी विशेष रुचि रही है। यह सफलता उनके परिश्रम और शिक्षकों के निरंतर मार्गदर्शन का परिणाम है।

विद्यालय के प्राचार्य ने जानकारी दी कि इस वर्ष विद्यालय का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। हाईस्कूल में कुल 18 और इंटरमीडिएट में 10 छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए, और सभी छात्र सफल घोषित किए गए।

संस्कृत को अपना करियर बनाने का सपना संजोए अभिषेक ममगाईं ने बताया कि उनकी संस्कृत के प्रति गहरी रुचि बचपन से ही रही है, जिसका प्रेरणा स्रोत उनके दादा हैं, जो स्वयं संस्कृत में शिक्षित थे। उन्हीं से प्रेरित होकर अभिषेक ने इस विषय को अपनाया और अब वे बीए (शास्त्री) पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने जा रहे हैं। उनका लक्ष्य भविष्य में संस्कृत विषय में एमए और पीएचडी कर शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाना है।

अभिषेक के पिता अरविंद ममगाईं व्यवसायी हैं और माता गृहिणी। उन्होंने पुत्र की इस उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए कहा कि यह पूरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। विद्यालय के शिक्षकों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अभिषेक को उनकी सफलता पर बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

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